हिरण ज्यादातर घास के बड़े-बड़े इलाकों में रहने वाला स्तनपाई जीव होते हैं। हिरण संसार भर के सभी महाद्वीपों में पाया जाता है। वह हर वर्ष अपने सिंघो को गिरा देता है और उस जगह नए सिंघो को उग आते हैं। नर हिरण के सींग उसके जन्म के 2 वर्ष के पश्चात विकसित होने लगते हैं। जब प्रजनन की ऋतु आती है तो नर हिरण मादा हिरण को अपने सिंघो से ही आकर्षित करते हैं।
हिरण के टांगे लंबी होती है, जो उन्हें भागने में मदद करती है। हिरन के रंग हल्के भूरे रंग का होता है और कुछ हिरण के शरीर पर छोटी गोल सफेद रंग की झिरिया पाई जाती है। हिरणों की काफी सारी प्रजातियां पाई जाती है जिनके रंग और आकार में ज्यादा फर्क नहीं होता। हिरण की आंखें उसके सिर के एक तरफ किनारों पर होती है, जिस कारण वह 310 डिग्री तक का दृश्य देख सकता है। हिरण की औसत उम्र 18 से 20 वर्ष तक होती है, किंतु ज्यादातर यह शिकारियों द्वारा मार दिए जाते हैं।
भारत की हिरणों की बात की जाए तो, भारतीय हिरण मृग कूल परिवार का सदस्य है, और पृथ्वी पर सबसे सुंदर पशु प्रजाति में से एक है ।भारत में पुरुष हिरण के नामक स्टैग्स, हर्ट स, रुपए या बेल है जो पुरुष हिरण के प्रजातियों पर निर्भर करता है। जिन पर उनका नाम आता है । महिला हिरण की अगर बात की जाए तो य हिंद हिरण की लगभग 34 प्रजातियां में भाग किए जाते हैं। एक्सिस हिरण को चिंत हिरण या स्पा ट डियर के रूप में भी जाना जाता है। और यह भारतीय उपमहाद्वीप में अंतर्गत है। यह भारत में उपलब्ध सबसे व्यापक प्रजाति के हिरण में से एक है। यो हिरण लगभग 3 वर्ष तक रहता है और इस हिरण के 3 उपर प्रजातियां भी होती है। हंग हिरण भारत के उत्तरी भागों में पाए जाते हैं। मंट जैक हिरण बेहद ही नरम होते हैं और उन्हें कक्कड़ हिरण या वर्किंग हिरण भी कहा जाता है। उनकी कॉल एक भोकने वाले कुत्ते के समान होते हैं और इसलिए उन्हें यह नाम दिया गया है।
मस्क हिरण भारत में और दुनिया भर में भी लुप्तप्राय हिरण प्रजातियों में से एक है, सावार हिरण रंग में गहरे और भूरे रंग के होते हैं। एवं इसे छाती पर से चेस्टनट के निशान और शरीर के निचले हिस्से से अलग किया जा सकता है। यह हिरण उनके सुंदर पुतलो के लिए जाने जाते हैं। प्रोरशाम बर हिरण कि अगर बात की जाए तो वह वजन से करीब 300 किलोग्राम के होते हैं। वे जन्म से नहीं दिखाई देती है ! और जन्म के बाद यह धीरे धीरे विकसित होते रहते हैं। दलदल हिरण को बार सिंग हिरण कहते हैं और यह भारतीय उपमहादीप मैं रहते हैं, साथ ही दुनिया में दुर्लभ हिरण प्रजातियों में से यह एक है। वे केबल संरक्षित अभयारण्य में ही देखा जा सकता है।
हिरण ज्यादातर छोटे छोटे पौधे और घास को खाना ज्यादा पसंद करते हैं। सर्दी और गर्मियों में हिरण का भोजन थोड़ा अलग होता है, सर्दियों में हिरण ज्यादातर जालौर शाखाओं को ही ज्यादा खाते हैं, और गर्मियों में यह हरा घास पत्तियां और फूलों को खाना पसंद करता है। मादा हिरण प्रत्येक वसंत ऋतु में बच्चे पैदा करता है। और उनके बच्चे एक या दो घंटों के अंदर ही अपने पैरों पर चलना शुरू कर देते हैं। लगभग 1 वर्ष तक बच्चे अपने मां के साथ रहते हैं।
हिरण ऑस्ट्रेलिया अंटार्कटिका को छोड़कर सभी महाद्वीपों में निवास करते हैं। इसके सुनने की शक्ति बहुत अधिक होती है। उनके कानों मैं ऐसी मांस पेशिया जुड़ी होती है जो उन्हें हर दिशा की छोटी सी आहट भी बिना सिर घुमाए सुनाई देती है। हिरण के सुनने की शक्ति मनुष्य से कहीं अधिक होती है। हिरन रात को भी अच्छे तरह से देख सकता है।
हिरण 40 मील प्रति घंटे की रफ्तार से और 10 फीट तक कूद सकते हैं। यह पानी मैं भी बड़े अच्छे से एवं तेजी से तैर सकता है। इसके सुनने की शक्ति बहुत दूर तक की होती है। ज है शिकारियों से बचाए रखती है। शेर और अन्य जानवरों के इलावा मनुष्य भी हिरण का बहुत बड़ा दुश्मन है। इन जानवरों के लगातार विलुप्त होने का जिम्मेदार कहीं हद तक मनुष्य को ही माना जाता है। इनके सिंघो के लिए लगातार इस जीप का शिकार होता आ रहा है। इनके सिंघो से कई प्रकार की दवाइयां और सजावट के सामान भी तैयार किया जाता है।
इसलिए इस जानवर के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। नहीं तो वह दिन दूर नहीं है जब हिरण का नाम सिर्फ किताबों के पन्नों पर ही सिमट कर रह जाएगा। ( About Deer in Hindi )
About Deer in Hindi Language
1) हीरनो 1 स्तनधारी प्राणी है, हिरण ज्यादातर घास के मैदानों में ही पाए जाते हैं।
2) हिरण एक सुंदर प्राणी है जो अपने सुंदर आंखों के कारण जाना जाता है।
3) हिरण के सींग बहुत मजबूत होते हैं, नर हिरण मादा हिरण को अपने सिंघो के द्वारा ही आकर्षित करता है।
4) हिरण की दो आंखें, दो कान, और चार टांगे होती है ! हिरण का रंग हल्का भूरा रंग का होता है और शरीर पर सफेद रंग के गोल धारिया होती है।
5) हिरण पूर्ण रूप से शाकाहारी प्राणी होती है।
6) मादा हिरण बसंत ऋतु में बच्चे का जन्म देती है जिनकी संख्या एक या दो होती है। जन्म के कुछ ही घंटे बाद हिरण का बच्चा चलने लग जाता है। मादा हिरण को हिरनी भी कहां जाता है।
7) हिरण का बच्चा अपनी मां के साथ पूरे 1 साल तक रहता है, और इस दौरान हिरनी ही उसका ध्यान रखती है।
8) हिरण के दुश्मन शिकारियों में से जिनका नाम सबसे पहले आता है वह है शेर, चिता, बाघ जैसे मांसाहारी जानवर होते हैं। मनुष्य भी हिरणों का बहुत ज्यादा शिकार करता रहता है। हिरन के सिंघो की तस्करी इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है। इसी कारण ही हिरणों की संख्या में लगातार कमी आ रही है।
9) नर हिरणों को Buck कहां जाता है, और माता को Doe कहते हैं। हिरण के बच्चे को Fawn भी कहते हैं।
10 ) हिरन हमेशा झुंड में है मिलता है जिससे herd कहते हैं।
तो दोस्तों हिरण के बारे में यह जानकारियां आपको कैसी लगी और इस आर्टिकल About Deer in Hindi की जानकारियां कैसे लगी जरूर बताइए गा। और अगर अच्छी लगी हो तो About Deer in Hindi को शेयर जरूर करें।
धन्यवाद-