ज़ेबरा के बारे में मजेदार तथ्य – Interesting Facts about Zebra in Hindi

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ज़ेबरा (zebra) घोड़ों के ही एक प्रकार होते हैं। लेकिन ये जानवर हमें बहुत कम देखने को मिलते हैं।
जब हम इन्हें देखते हैं, हम सब यही सोचते हैं कि ये कितने सुंदर जानवर हैं। इस लेख में इन सुंदर जानवरों के बारे में कुछ जानकारी और रोचक तथ्य बताये गए है। वे निम्न हैं:

ज़ेबरा के बारे में कुछ तथ्य (facts about zebra in hindi)
ज़ेबरा करीबन 2.6 मीटर लम्बे होते हैं।
इनका वज़न लगभग 350 किलो का होता है।
ज़ेबरा का विकास पिछले 40 लाख साल पहले हुआ था।
ज़ेबरा काले होते हैं जिन पर सफेद पट्टी होते हैं।
अगर एक ज़ेबरा पर किसी का हमला हो जाए, तो उसका परिवार उसे बचाने के लिए तुरंत आ जाता है।
शुतुरमुर्ग और ज़ीब्रा अक्सर साथ में रहते हैं और एक दूसरे की सुरक्षा करते हैं।
लोग ज़ेबरा का शिकार करने के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं।
कुछ ज़ेबरा, इंसानों पर हमला कर देते हैं।
अलग-अलग ज़ीब्रा के पट्टी, अलग-अलग प्रकार के होते हैं।
ज़ेबरा पर जब कोई और हमला करता है, तो वो ज़िग-ज़ैग तरीके से दौडता है।
ज़ेबरा से ज़ुड़ी बहुत सारी सांस्कृतिक और धार्मिक कहानियाँ हैं।
एक ज़ीब्रा अपने बच्चे को 2-3 दिन तक बाकी सारे ज़ीब्रा से दूर रखती है ताकि उसका बच्चा उसे अच्छी तरह से पहचान सके।
शेर जैसे जानवर से बचने के लिए, ज़ीब्रा अक्सर झुंड में रहते हैं।
ज़ीब्रा सिर्फ 3.5-5 फीट लम्बे होते हैं।
ये बहुत ही तेज़ दौड़ पाते हैं, लेकिन घोड़े इनसे ज़्यादा तेज़ दौड़ते हैं।
ज़ेबरा खड़े-खड़े ही सो जाते हैं। इन्हें लेटकर सोने की आदत नहीं होती है।
ये जानवर अपने कान को हर दिशा में मोड़ पाते हैं।
ज़ीब्रा के पैर पर एक ही उंगली होती है।
ये नारंगी रंग नहीं देख पाते हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा ज़ेबरा करीबन 350-450 किलो का है।
ज़ेबरा ज़्यादातर अफ्रीका में पाए जाते हैं।
आवाज़ निकालने के अलावा, ज़ीब्रा एक दूसरे से इशारों में भी बातें करते हैं।
इनका शेर और बाघ जैसे जानवर शिकार करते हैं।
ज़ेबरा ज़्यादातर घास खाते हैं।
ज़ीब्रा के तीन प्रकार होते हैं।
ज़ेबरा के बारे में और जानकारी (more facts about zebra in hindi)
इस जानवर को विलुप्त होने का खतरा है।
इनकी चमड़ी, इन्हें 70% गरमाहट से बचा लेती है।
ज़ीब्रा के कान और नज़र काफी अच्छे होते हैं।
इनकी पूँछ लगभग आधी मीटर की ही होती है।
एक गधे और ज़ेबरा के संतान को ज़ॉन्की कहा जाता है।
ज़ेबरा क्रॉसिंग का नाम, ज़ीब्रा के काले और सफेद पट्टियों के कारण रखा गया है।
कई शहरों में ज़ीब्रा को घर पर पाला जाता है।
एक ज़ीब्रा का जीवन काल लगभग 20-40 साल तक का होता है।
ऐसे बहुत किस्से हुए हैं जहाँ एक ज़ीब्रा, एक शेर को मार देता है।
जब ये जानवर अपने झुंड के साथ खाने की खोज में रहते हैं, तो सबसे बड़ा ज़ीब्रा इस बात का ध्यान रखता है कि बाकी सारे ज़ीब्रा पानी से दूर ना रहे।
ज़ीब्रा के बच्चे, पैदा होने के बाद ही लगभग 20 मिनट तक चल सकते हैं।
पानी पीने के लिए और घास खाने के लिए, ज़ीब्रा कभी भी तैयार रहते हैं।
ये किसी भी परिस्थिति में, अपने दुश्मन से बहुत ही बहादुरी से लड़ते हैं।
ज़ीब्रा कई बार एक जगह से दूसरे जगह सफर करते हैं।
एक ज़ीब्रा के कान देखकर हम उसके मनस्थिति को समझ पाते हैं।
पूरी दुनिया में लगभग 7,50,000 ज़ीब्रा हैं।
इंसान ज़ीब्रा को, उसकी चमड़ी के लिए शिकार करता है।
एक ज़ीब्रा को हमेशा ही काले और सफेद पट्टियाँ नहीं होतीं हैं।
दो ज़ीब्रा के बीच प्यार जताना आसान नहीं होता है।
कहा जाता है कि इंसानों को इनकी सवारी कभी नहीं लेनी चाहिए।
ज़ेबरा कुत्तों की तरह भौंकते भी हैं।
गधे और ज़ेबरा एक दूसरे से बहुत ही सामान्य हैं। लेकिन गधों की तरह, ज़ीब्रा को हम कुछ भी काम करना सिखा नहीं सकते हैं।
ज़ेबरा पानी के बिना जीवित नहीं रह पाते हैं। दिन में कम से कम एक बार इन्हें पानी पीना ही पड़ता है।
जब मौसम रूखा-सूखा हो जाता है, तब ज़ेबरा एक जगह से दुसरे जगह, सफर करते हैं – पानी और खाने की खोज में।
इनके पट्टियों के पैर्टन, इन्हें पहचानने का एक ज़रिया है।
पानी और खाने की खोज करना, एक ज़ेबरा के लिए उतना आसान नहीं होता है।